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Tuesday, August 9, 2011

यदि हमारे देश का पैसा स्वित्ज़रलैंड, तथा फ्रांस जैसे देशों के बैंकों से अपने देश की बैंको में वापिस माँगा लिया जाये तो हमारे देश को विश्व बैंक, एशियन बैंक से कर्ज नहीं लेना पड़ेगा तथा हिंदुस्तान की आने वाली पीडी बिना क़र्ज़ के एक नई सुबह देखेगी. इसके लिए आम लोगों को जिनका पैसा बहार के बैंकों में जमा है उनको देश के प्रति सोचना होगा तथा अन्ना हजारे जैसे आन्दोलन एवं सिब्बल साहब और दिग्विजय सिंह  जैसे समझदार व्यक्तिओं की गैर समजदारी वाली राय से भी लोगों को दो चार नहीं होना पड़ेगा.

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