पहला: हर थाने में महिलाओं
से संबंधित कोई भी शिकायत आने पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश.
दूसरा: दिल्ली के सभी 180
पुलिस थानों में चौबीस घंटे की महिला हेल्पडेस्क. हर थाने में दो महिला
पुलिसकर्मियों की तैनाती.
तीसरा: पुलिस उपायुक्त स्तर
के अधिकारियों को देर रात तक गश्त पर रहने का निर्देश.
चौथा: राजधानी के हर
हिस्से में बैरीकेड लगाकर वाहनों की जांच का आदेश.
पाँचवाँ: 22 रूटों पर रात के
समय सफ़र के लिए महिलाओं के लिए डीटीसी ने 89 नई बसें उतारीं. बसों में होमगार्ड
के जवानों की तैनाती.
छठा: राजधानी में पांच
फास्ट ट्रैक अदालतों की स्थापना.
सातवाँ: हेल्पलाइन नंबर 181
शुरू किया गया. 11 महिला पुलिस पीसीआर वैन शुरू किए गए.
आठवाँ: पीड़िता सीधे
मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकती हैं.
नौवाँ: ऑटो चालकों पर नकेल
कसने के लिए ट्रैफिक पुलिस का अभियान. हेल्प लाइन नंबर 1095, 011-25844444 जारी.
दसवाँ: स्पेशल पुलिस
कमिश्नर सुधीर यादव को महिलाओं की शिकायत संबंधित पीसीआर कॉल (100/ 1091) के लिए
नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया. महिलाएं उनके मोबाइल फोन 9818099012 पर सीधे शिकायत
कर सकती हैं. एक महीने के अंदर सुधीर यादव 1300 महिलाओं की शिकायत सुन चुके हैं.
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