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Sunday, September 11, 2011

ये भारत  वर्ष  हमारा है |
हम को  प्राणों  से प्यरा है| 
ये भारत वर्ष  हमारा है|
हम को प्राणों  से प्यारा  है|
है  हवा  मनोहर  डोल  रही |
बन में  है  कोयल  बोल रही|
बहती  सुगंध की धारा है | 
ये भारत  वर्ष  हमारा है |
ये भारत वर्ष  हमारा है|
हम को  प्राणों  से प्यरा है| 

ये भारत वर्ष  हमारा है|
हम को प्राणों  से प्यारा  है|
है यहाँ हिमालय  खड़ा  हुआ |
सन्तरी  सरीखा  अड़ा  हुआ|
गंगा  की  निर्मल   धरा है|
ये भारत  वर्ष  हमारा है,


ये भारत वर्ष  हमारा है|
हम को  प्राणों  से प्यरा है|
ये भारत वर्ष  हमारा है|
हम को  प्राणों  से प्यरा है|
               


                             हर्षित  सिंह  garewal

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