ये भारत वर्ष हमारा है |
हम को प्राणों से प्यरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यारा है|
है हवा मनोहर डोल रही |
बन में है कोयल बोल रही|
बहती सुगंध की धारा है |
ये भारत वर्ष हमारा है |
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यारा है|
है यहाँ हिमालय खड़ा हुआ |
सन्तरी सरीखा अड़ा हुआ|
गंगा की निर्मल धरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है,
है यहाँ हिमालय खड़ा हुआ |
सन्तरी सरीखा अड़ा हुआ|
गंगा की निर्मल धरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है,
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
ये भारत वर्ष हमारा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
हम को प्राणों से प्यरा है|
हर्षित सिंह garewal
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